New Flyover: राजस्थान की राजधानी जयपुर से आगरा की ओर जाने वाला जयपुर-आगरा रोड इन दिनों बढ़ते यातायात जाम और दुर्घटनाओं का बड़ा केंद्र बन चुका है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन और नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया अब सफ़र को सुहाना करने की योजना बना रही है।
यस कट बंद करने की योजना आगरा में सड़कों पर ब्लैक स्पॉट चिह्नित हैं, जहां सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इन खतरनाक स्थानों को ध्यान में रखते हुए जयपुर-आगरा बाईपास पर विभिन्न स्थानों पर बने कटों को बंद करने की योजना पर काम शुरू हो गया है। जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में एनएचएआई द्वारा तीन प्रमुख स्थानों पर फ्लाईओवर बनाने के प्रस्ताव को जिला कलक्टर डॉ. अरुण जेटली ने हरी झंडी दे दी।
88 ब्लैक स्पॉट की पहचान जितेन्द्र सोनी. इसके साथ ही बगराना क्षेत्र में रिंग रोड से पहले 52 फुट हनुमान मंदिर के सामने मौजूदा कट को बंद करने पर भी सहमति बनी। एनएचएआई द्वारा अब तक जिले भर में लगभग 88 ब्लैक स्पॉट की पहचान की गई है। कानोता, बस्सी टी प्वाइंट और बांसखो गेट को सर्वाधिक दुर्घटना संभावित क्षेत्र मानते हुए यहां फ्लाईओवर बनाने की योजना तैयार की गई है। अजमेर रोड, सीकर रोड, आगरा रोड और दिल्ली रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर खतरनाक कटआउट बंद करने, सिग्नलिंग बोर्ड लगाने और सड़क संकेत प्रणाली को मजबूत करने का काम चल रहा है।
तीनों हवाई फ्लाइओवर के लिए तैयारियां शुरू इन तीनों हवाई फ्लाइओवर के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और बोली प्रक्रिया अगले दो सप्ताह में पूरी हो जाएगी। प्रत्येक फ्लाइओवर पर 35 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। जयपुर के भांकरोटा अग्निकांड के बाद जिलेभर में सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीरता बढ़ गई है। अब जिला प्रशासन की निगरानी में सभी राष्ट्रीय राजमार्गों पर ब्लैक स्पॉट की पहचान कर ली गई है तथा सुधार कार्य चल रहा है।