राजस्थान में नई 48 मॉडल शराब दुकानों से शराब पीने वालों के होंगे मजे, प्रीमियम ब्रांड्स का मिलेगा शानदार कलेक्शन, जानिए किन किन शहरों में खुलेंगी ये दुकाने 

राजस्थान सरकार अब शराब लवर्स के मजे कराने वाली है। अब शराब पीने वालों को  प्रीमियम ब्रांड का बड़ा कलेक्शन मिलने वाला है। आपको बता दें राजस्थान सरकार ने बड़े शहरों में  48 ‘मॉडल शराब दुकानें’ खोलने का प्लान तैयार किया है।
 

Rajasthan News: राजस्थान सरकार अब शराब लवर्स के मजे कराने वाली है। अब शराब पीने वालों को  प्रीमियम ब्रांड का बड़ा कलेक्शन मिलने वाला है। आपको बता दें राजस्थान सरकार ने बड़े शहरों में  48 ‘मॉडल शराब दुकानें’ (48 Model Liquor Shops) खोलने का प्लान तैयार किया है।

आपको बताते चलें कि अब शराब खरीदने का अनुभव भी सुहाना होने वाला है। सरकार ने मॉल, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और हाई-फुटफॉल वाले क्षेत्रों में नई शराब दुकानें खोलने (Expensive liquor shop in Rajasthan) की योजना बनाई है।  इन दुकानों में से जयपुर में 5, जोधपुर और उदयपुर में 2-2, तथा माउंट आबू और आबू रोड में 1-1 दुकान खोली जाएगी। शेष 37 दुकानें अन्य शहरों में स्थापित होंगी। 

आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, माउंट आबू और आबू रोड में मॉडल शॉप के लिए न्यूनतम आरक्षित मूल्य 1 करोड़ रुपये रखा गया है, जबकि अन्य शहरों के लिए यह 50 लाख रुपये होगा। इन दुकानों की ऑनलाइन नीलामी 7 जुलाई को होगी, जिसमें भाग लेने के लिए 50,000 रुपये की गैर-वापसी योग्य शुल्क देना होगा। 

बोली लगाने वाले आधार मूल्य से 10% से अधिक की बढ़ोतरी एक बार में नहीं कर सकेंगे। इन मॉडल दुकानों के लिए जयपुर में न्यूनतम 1,000 वर्ग फुट और अन्य शहरों में 500 वर्ग फुट का स्थान अनिवार्य है। वहीं, सभी दुकानें पूरी तरह वातानुकूलित होंगी और ग्राहकों को वॉक-इन अनुभव प्रदान करेंगी। पारदर्शिता और सुविधा के लिए POS बिलिंग सिस्टम और होलोग्राम-स्कैनिंग बीप मशीनें अनिवार्य होंगी।

इन दुकानों पर केवल प्रीमियम शराब ही बेची जाएगी, जिसमें 650 मिलीलीटर बीयर की बोतल की कीमत 200 रुपये और 750 मिलीलीटर शराब की बोतल की कीमत 1,500 रुपये या उससे अधिक होगी। यह परियोजना राजस्थान आबकारी एवं मदिरा विनियमन नीति 2025-2029 का हिस्सा है। आबकारी अधिकारियों का कहना है कि गुरुग्राम जैसे महानगरों में ऐसी दुकानें पहले से ही चल रही हैं।

राजस्थान में प्रीमियम ब्रांडों की अनुपलब्धता का एक प्रमुख कारण अपर्याप्त शेल्फ डिस्प्ले है, जिसके कारण कई ब्रांड यहां लॉन्च करने में संकोच करते हैं। इस वजह से ग्राहक प्रीमियम शराब खरीदने के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं। यह योजना उस अंतर को भरने का एक प्रयास है।