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Agra Gwalior Greenfield Expressway: राजस्थान यूपी एमपी में सफर को चार चाँद लगाएगा 88KM का यह एक्सप्रेसवे, इन गाँव शहरों से गुजरेगा  

आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे सड़क नेटवर्क को स्पीड देने वाला बड़ा प्रोजेक्ट है। यमुना एक्सप्रेसवे की तर्ज पर बनने वाला यह हाईटेक एक्सप्रेसवे यात्रा को बेहद सुहानी बना देगा। यह यूपी, एमपी और राजस्थान के विकास में चार चाँद लगाने का काम करेगा। इसका निर्माण नवंबर 2025 से शुरू होगा और 30 महीने में इसे पूरा करने का लक्ष्य है।
 
Agra Gwalior Greenfield Expressway

Agra-Gwalior Greenfield Expressway: आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे सड़क नेटवर्क को स्पीड देने वाला बड़ा प्रोजेक्ट है। यमुना एक्सप्रेसवे की तर्ज पर बनने वाला यह हाईटेक एक्सप्रेसवे यात्रा को बेहद सुहानी बना देगा। यह यूपी, एमपी और राजस्थान के विकास में चार चाँद लगाने का काम करेगा। इसका निर्माण नवंबर 2025 से शुरू होगा और 30 महीने में इसे पूरा करने का लक्ष्य है।

Agra-Gwalior Greenfield Expressway
यमुना एक्सप्रेस-वे की तर्ज पर ग्वालियर को सीधे आगरा से जोड़ने के लिए 88 किलोमीटर लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का काम नवंबर 2025 से शुरू होगा।   88.400 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण कार्य के लिए उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान तीनों राज्यों में उदयपुर की जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट्स कंपनी को जीएसटी सहित 4612.65 करोड़ की लागत से ठेका दिया गया है। 

Agra-Gwalior Greenfield Expressway
कंपनी यह कार्य नवंबर 2025 से शुरू करेगी और उसे 30 महीने यानी 2028 में पूरा करना होगा। ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेस-वे में चंबल नदी पर 600 मीटर लंबा हैंगिंग पुल बनेगा। पुल निर्माण के लिए मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं। नमूनों की जांच लैब में होगी और पुल की गहराई कितनी होगी, इसे तय किया जाएगा। सिक्स लेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे में मध्यप्रदेश के चार जिले शामिल हैं। 

Agra-Gwalior Greenfield Expressway
इनमें यूपी के 14, राजस्थान के 18 और मध्य प्रदेश के 30 गांवों की जमीन को अधिग्रहण किया है। अब कंपनी तीनों राज्यों में ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण नवंबर से शुरू करेगी। बता दें कि सितंबर 2022 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ग्वालियर-आगरा एक्सप्रेस-वे की घोषणा की थी। एनएचएआइ ग्वालियर खंड ने जनवरी 2024 में टेंडर जारी किया थे। लेकिन कैबिनेट से मंजूरी नहीं मिलने के कार्य प्रस्ताव में देरी हुई थी।

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ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के साथ कंपनी को ग्वालियर से धौलपुर होकर आगरा जाने वाले नेशनल हाइवे 44 की मरमत कार्य भी होगा। कंपनी को वर्तमान हाइवे की मरमत के लिए सिर्फ एक साल का समय दिया जाएगा। आगरा से ग्वालियर एक्सप्रेस बनने के बाद यूपी, राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच संपर्क होने से आगरा, धौलपुर, मुरैना और ग्वालियर में आईटी इंडस्ट्री, लॉजिस्टिक सुधरने, ई-कॉमर्स, रियल एस्टेट और टूरिजम को लाभ मिलेगा और चारों जिले के बीच छोटे सफर से बस यातायात भी सुगम होगा। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों को भी रियल एस्टेट का लाभ मिलेगा

Agra-Gwalior Greenfield Expressway
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट में अभी भू-अधिग्रहण का काम पूरा होने के साथ हितग्राहियों की राशि का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। अब नवंबर से कार्य शुरू किया जाएगा। एनओसी सहित सभी कार्य पूरे हो चुके है। ग्वालियर के सुसैरा गांव की 5 हेक्टेयर भूमि और मुरैना के दिमनी, चंबल क्रॉस व मुरैना रोड सहित 25 गांव की 250 हेक्टेयर भूमि ली जाएगी। आगरा के देवरी आगरा बायपास, इरादत नगर, श्मशबाद व सोसा सहित 18 गांव की 132 हेक्टेयर भूमि ली जाएगी। धौलपुर की राधा खेडा, मछरिया सहित 23 गांव की 162 हेक्टेयर भूमि ली जाएगी। Agra-Gwalior Greenfield Expressway