राजस्थान के बीसलपुर बांध ने रचा इतिहास, पानी से लबालब भरा बांध, 100 दिन हुए पार, निकासी का भी रिकॉर्ड टूटा
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Bisalpur Dam: जयपुर शहर की जीवनरेखा कहे जाने वाले बीसलपुर बांध ने इस साल इतिहास रच दिया है। बांध आज 101वें दिन भी लबालब भरा रहा। मानसून के बाद बंद किए गए गेटों को फिर से खोलना पड़ा और देर रात पानी की आवक बढ़ने के कारण खुले गेटों में से एक की ऊँचाई भी बढ़ानी पड़ी। बीसलपुर बांध ने 135 टीएमसी के सर्वाधिक जल निकासी का अपना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। कल देर रात बांध का गेट संख्या 11 एक मीटर की ऊँचाई तक खोला गया, जिससे प्रति सेकंड 6010 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
बांध 101वें दिन भी लबालब भरा रहा
इस साल जुलाई में इसके निर्माण के बाद पहली बार बीसलपुर बांध के गेट खोले गए। दक्षिण-पश्चिम मानसून के समय से पहले आगमन के साथ ही पानी की बंपर आवक शुरू हो गई और जल संसाधन विभाग ने गेट खोलकर पानी छोड़ना शुरू कर दिया। बीसलपुर बांध ने 2019 में सबसे लंबे समय तक 64 दिनों तक लबालब रहने का रिकॉर्ड बनाया था, जो इस साल टूट गया है। आज 101वें दिन बांध का एक गेट एक मीटर की ऊँचाई पर खुला है और प्रति सेकंड 6010 क्यूसेक पानी नहरों में छोड़ा जा रहा है। Bisalpur Dam
सर्वाधिक जल निकासी का रिकॉर्ड भी टूटा
इस साल अब तक बीसलपुर बांध से नहरों में 137 टीएमसी पानी छोड़ा जा चुका है। इससे पहले, बीसलपुर बांध से एक सीजन में सर्वाधिक जल निकासी का रिकॉर्ड 135 टीएमसी था। जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल के अनुसार, त्रिवेणी में जल प्रवाह अभी भी 2.90 मीटर से अधिक है, जिससे बांध में पानी की आवक जारी है।
बनास नदी में बजरी मददगार साबित हो रही है
जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता मनीष बंसल ने बताया कि बनास नदी में 10 से 12 मीटर बजरी जमा है और बजरी में जमा पानी अब त्रिवेणी से होकर बीसलपुर बांध तक पहुँच रहा है। बीसलपुर बांध में पानी की आवक अगले 8 से 10 दिनों तक जारी रहने की उम्मीद है। बीसलपुर बांध का जलस्तर 315.50 आरएल मीटर पर स्थिर है, लेकिन बांध में पानी का दबाव नियंत्रित रखने के लिए पानी की निकासी ज़रूरी है। Bisalpur Dam
तथ्य: बीसलपुर बांध परियोजना
- बांध की आधारशिला 1985 में रखी गई थी
- निर्माण कार्य 1987 में शुरू हुआ
- बांध 1996 में बनकर तैयार हुआ
- लागत ₹832 करोड़
- जल संग्रहण क्षमता 315.50 आरएल मीटर
- कुल जल संग्रहण क्षमता 38,708 टीएमसी
Bisalpur Dam
बीसलपुर बांध अब तक आठ बार ओवरफ्लो हो चुका है
2004 में निर्माण के बाद पहली बार गेट खोले गए।
बाँध 2006 में दूसरी बार ओवरफ्लो हुआ।
बाँध 2014 में तीसरी बार ओवरफ्लो हुआ।
बाँध के गेट 2016 में भी खोले गए।
बाँध के 17 गेट 2019 में खोले गए।
बाँध 2022 में फिर से ओवरफ्लो हुआ।
बाँध 2024 में सातवीं बार ओवरफ्लो हुआ।
बाँध 2025 में आठवीं बार ओवरफ्लो हुआ। Bisalpur Dam