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Rajasthan News: बीकानेर में 9618 मेगावाट के नए सोलर प्लांट्स, जानिए कौन-कौन सी कंपनियां लगा रही हैं निवेश

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Rajasthan News: बीकानेर में वर्ष भर भरपूर धूप मिलने के कारण यह जिला सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए देशभर में सबसे उपयुक्त माना जा रहा है। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के अनुसार, आने वाले दो वर्षों में बीकानेर जिले में सौर ऊर्जा से विद्युत उत्पादन की क्षमता बढ़कर 14,404 मेगावाट तक पहुंच जाएगी। 

वर्तमान में जिले में विभिन्न सोलर प्रोजेक्ट्स के लिए 38,472 बीघा जमीन का आवंटन पूरा हो चुका है, जिनमें से 20,672 बीघा जमीन पर निजी कंपनियां 5,168 मेगावाट के प्लांट स्थापित कर रही हैं। इनमें सनब्रिज (1400 मेगावाट) और बिल्ड विजन (1000 मेगावाट) जैसी बड़ी कंपनियों के साथ-साथ कई छोटी कंपनियां भी 500 मेगावाट तक उत्पादन के लिए निवेश कर रही हैं। Rajasthan News

यह सभी प्लांट बीकानेर के पूगल, छत्तरगढ़, लाखूसर, नोखा दैया और जयमलसर क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे हैं, जहां वर्तमान में पाइलिंग, चारदीवारी और सड़कों के निर्माण कार्य चल रहे हैं। हालांकि, इन क्षेत्रों में खेजड़ी के पेड़ों की कटाई को लेकर समय-समय पर विवाद भी सामने आ रहे हैं।

सरकारी स्तर पर भी बड़े स्तर पर निवेश हो रहा है। पूगल और छत्तरगढ़ में दो सरकारी कंपनियों – राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम और आरएसडीसीएल को पांच जगहों पर 17,800 बीघा जमीन आवंटित की गई है। यहां 4,450 मेगावाट क्षमता के सोलर प्लांट लगाए जाएंगे। पूगल में अकेले आरवीयूएनएल 2,000 मेगावाट और आरएसडीसीएल पहले और दूसरे चरण में 1,000-1,000 मेगावाट का उत्पादन करेगी, जबकि छत्तरगढ़ में 450 मेगावाट का प्लांट विकसित किया जाएगा।

बीकानेर में सौर ऊर्जा उत्पादन की शुरुआत वर्ष 2001 में हुई थी। पिछले 24 वर्षों में यहां कुल 4,786 मेगावाट क्षमता के हजारों सोलर प्लांट लगाए जा चुके हैं। इनमें 500 मेगावाट तक के करीब 100 प्लांट ग्रामीण क्षेत्रों में हैं, जबकि 2 मेगावाट तक के 60 प्लांट किसानों की कृषि भूमि पर संचालित हो रहे हैं। ये सभी प्लांट अक्षय ऊर्जा निगम में पंजीकृत हैं।  Rajasthan News

इसके अलावा प्रधानमंत्री कुसुम योजना के तहत 2 मेगावाट तक के प्लांटों का पंजीकरण अब डिस्कॉम में हो रहा है। साथ ही, घरों की छतों पर अधिकतम 10 किलोवाट तक के प्लांट लगाए जा रहे हैं, जिन पर 78 हजार रुपये तक की सब्सिडी का प्रावधान है।

परियोजना निदेशक मानसिंह के अनुसार, यदि सौर ऊर्जा की कुछ और परियोजनाएं इसी गति से जुड़ती हैं तो आने वाले वर्षों में बीकानेर सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में पूरे देश में नंबर एक स्थान पर होगा। वर्तमान में जोधपुर इस सूची में शीर्ष पर है। Rajasthan News