राजस्थान में बुझेगी लाखों लोगों की प्यास, ERCP से मिलेगा इन 17 जिलों को पानी
Jun 17, 2025, 10:20 IST
Eastern Rajasthan Canal Project: पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना अब राजस्थान से पानी की समस्या को छूमंतर कर देगी। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत ने लालसोट के समेल गांव में दो प्रमुख एनिकटों के लोकार्पण कार्यक्रम में यह जानकारी दी (बीते बुधवार)। इस परियोजना से चंबल, काली सिंध और पार्वती नदी का पानी अब लालसोट सहित पूर्वी राजस्थान के 17 जिलों तक पहुंचेगा। मंत्री रावत ने यह बात बीते बुधवार को समेल गांव में मोरेल नदी पर 20-20 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित समेल व बड़ाबाध एनीकट के लोकार्पण समारोह में कही। मंत्री ने कहा कि पूर्वी राजस्थान में पानी की समस्या को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ईआरसीपी योजना लागू करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया। Eastern Rajasthan Canal Project पूर्वी राजस्थान के 17 जिलों को इस योजना में शामिल किया गया है। योजना की निविदा के बाद काम शुरू हो गया है। लालसोट क्षेत्र में मोरेल बांध को भी इस योजना से जोड़ा गया है, इसके अलावा क्षेत्र के अन्य बांधों को भी इससे जोड़ने पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि योजना के पूरा होने पर चम्बल, कालीसिंध और पार्वती नदी का पानी लालसोट की धरती पर आएगा। कचरे से बहने वाले वर्षा जल से यहां के लोगों की प्यास बुझेगी, खेतों की सिंचाई होगी और उद्योग फलेंगे-फूलेंगे। जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता मांगीलाल मीना ने बताया कि मोरेल नदी पर समेल होदायली द्वारा निर्मित एनीकट से सात गांव व बस्तियां लाभान्वित होंगी, जबकि बड़ा बाध गांव के पास निर्मित एनीकट से पांच गांव व बस्तियां लाभान्वित होंगी। Eastern Rajasthan Canal Project एनीकट पर बंद व्यवस्था का प्रावधान किया गया है ताकि जून से सितम्बर तक मानसून के दौरान वर्षा जल के प्रवाह के लिए इन गेटों को खुला रखा जा सके। इनके निर्माण होने पर मानसून के दौरान वर्षा जल को एकत्र किया जा सकेगा, जिससे आस-पास के गांवों व ढाणियों में भूजल स्तर बढ़ेगा तथा कुओं, हैंडपंपों आदि की संख्या में वृद्धि होगी। इसे वापस मिल जाएगा. 1.5 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित समेल एनीकट से सात गांव, जिनमें समेल, होदायली, गुजरहेड़ा, मांदलिया, जगसरा, गुमानपुरा और आसपास के कई छोटे गांव शामिल हैं, लाभान्वित होंगे। 19 करोड़ 82 लाख रु. इसी प्रकार 19 करोड़ 45 लाख रुपए की लागत से निर्मित होने वाले बड़ा एनीकट से बड़ा, रायपुरा, टोंड, जस्टाना, बिलौना खुर्द गांवों के हजारों लोगों की बल्ले बल्ले होगी। Eastern Rajasthan Canal Project