शेखावाटी की तीन तहसीलों से छिन सकता है दर्जा, भजनलाल सरकार जल्द लेगी फैसला
Rajasthan: राजस्थान की शेखावाटी क्षेत्र एक बार फिर प्रशासनिक पुनर्गठन की प्रक्रिया के चलते सुर्खियों में है। सीकर संभाग और नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग पहले ही आंदोलन का कारण बनी हुई है, और अब नेछवा, रींगस और रामगढ़-शेखावाटी जैसी नवगठित तहसीलों से दर्जा छिनने की आशंका से जनता की चिंता और नाराजगी बढ़ गई है। इस संबंध में सरकार ने 2007 में तैयार दिशा-निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो जिले में नवगठित नेछवा, रींगस और रामगढ़-शेखावाटी तहसील का दर्जा समाप्त हो सकता है।
इस संबंध में सरकार की राज्य प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन सलाहकार समिति के सचिव राजनारायण शर्मा ने जिला कलेक्टर से 3 जुलाई तक अंतिम रिपोर्ट मांगी है।राज्य प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन सलाहकार समिति के सचिव राजनारायण शर्मा द्वारा 25 जून को जिला कलेक्टर को इस संबंध में पत्र भेजा गया। बताया गया है कि 19 अप्रैल, 2007 को राजस्व मंडल, अजमेर ने राजस्व इकाइयों (तहसील एवं उपतहसील) के सृजन एवं पुनर्गठन के लिए मापदंड निर्धारित किए थे।
उनके अनुसार एक तहसील के लिए 30 पटवार मंडल तथा एक उप-तहसील के लिए 15 पटवार मंडल होने चाहिए। नेछवा तहसील में 15, रींगस में 16 तथा रामगढ़-शेखावाटी में केवल 13 पटवार मण्डल हैं। अखबार ने जिला कलेक्टर से 3 जुलाई तक इन तहसीलों को मूल इकाइयों में विलय करने पर टिप्पणी सहित रिपोर्ट मांगी है। Neemkathana News
इस अधिसूचना के बाद यदि 2007 के नियमों पर कार्रवाई हुई तो जिले के नेछवा, रींगस और रामगढ़ शेखावाटी का तहसील का दर्जा खत्म होना लगभग तय है। सीकर और नीमकाथाना को अलग जिला बनाने की मांग को लेकर पिछले तीन महीने से आंदोलन चल रहा है। सीकर संभाग मामले में चल रहे आंदोलन को अधिवक्ताओं के अलावा कई संगठनों ने भी समर्थन दिया।
इस सम्बन्ध में सीकर एवं नीमकाथाना जिलों में दो बार तालाबंदी की गई। सूत्रों की मानें तो सीकर संभाग मामले में सरकार स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल नीम का थाना को जिला बनाने के लिए सरकार के स्तर पर कोई महत्वाकांक्षी योजना नजर नहीं आ रही है। Sikar News