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Rajasthan Politics: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के दिल्ली दौरे से राजनितिक हलचल तेज, गृह मंत्री से बैठक, हो सकता है मंत्रिमंडल में विस्तार!

जाने क्या है इस दौरे के मायने..

 

Rajasthan Politics: राजस्थान की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शनिवार रात बांसवाड़ा से अचानक दिल्ली पहुंचे और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बी. एल. संतोष के साथ भी बैठक की। इन बैठकों के बाद राजनीतिक हलकों में अटकलें तेज हो गई हैं कि राजस्थान में जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार और भाजपा संगठन में बड़ा फेरबदल हो सकता है।

सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की इन बैठकों का उद्देश्य दिल्ली नेतृत्व को राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति और संगठन की चुनौतियों से अवगत कराना था। मंत्रिमंडल और संगठन में संभावित नामों पर भी चर्चा की गई है। माना जाता है कि मुख्यमंत्री ने संगठन और सरकार में संतुलन बनाने के लिए सभी गुटों के नेताओं को प्रतिनिधित्व देने की सिफारिश की है।

डेढ़ साल बाद भी नहीं हुआ मंत्रिमंडल का विस्तारः
भजनलाल शर्मा सरकार के गठन को डेढ़ साल से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन अभी तक मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हुआ है। वर्तमान में सरकार सीमित मंत्रियों के साथ काम चला रही है, जिसके कारण विभागों पर काम का बोझ अधिक है और कई मुद्दों पर प्रशासनिक निर्णयों में देरी हो रही है। इससे न केवल प्रशासनिक व्यवस्था में दबाव बढ़ा है, बल्कि भाजपा के भीतर असंतोष भी बढ़ा है। Rajasthan Politics

नियुक्तियों की घोषणा भी संगठन में लंबित हैः
इसी तरह, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन दिलावर राठौड़ की नियुक्ति को भी एक साल पूरा हो गया है, लेकिन अब तक उन्होंने अपनी पूर्णकालिक टीम की घोषणा नहीं की है। पार्टी के कई जिला और मंडल स्तर के पदों पर नियुक्तियां लंबित हैं। संगठन स्तर पर कार्यकर्ताओं और नेताओं के बीच भी भ्रम है, जिसे हटाने के लिए केंद्रीय नेतृत्व सक्रिय प्रतीत होता है।

सभी समूहों के लिए रणनीतियाँः
विशेषज्ञों के अनुसार, पार्टी इस बार संभावित मंत्रिमंडल और संगठन विस्तार में सभी गुटों को शामिल करने की रणनीति पर काम कर रही है।  वसुंधरा राजे गुट, संघ की पुरानी पृष्ठभूमि के नेताओं, सामाजिक समीकरणों में पिछड़े वर्गों और युवा चेहरों को शामिल करके भाजपा आगामी चुनावों के लिए अपनी जमीन मजबूत करना चाहती है। Rajasthan Politics