{"vars":{"id": "128079:4982"}}

Rajasthan: Good News! इस बांध में पहली बार आएगा बीसलपुर का पानी, इस जिले के 1256 गांवों को होगा सीधा फायदा

जाने विस्तार से

 

Rajasthan: बीसलपुर डैम के गेट खुलने से राजस्थान को दोहरी खुशखबरी मिली है। एक तरफ बीसलपुर बांध के गेट आठवीं बार खोले गए हैं तो दूसरी तरफ बीसलपुर का पानी पहली बार ईसरदा बांध तक पहुंचेगा। ईसरदा बांध से दौसा और सवाई माधोपुर जिलों के 1256 गांवों और 6 कस्बों को पानी की आपूर्ति होगी।

स्वीडिश तकनीक से तैयार राजस्थान के पहले हाई-टेक ईसरदा बांध का निर्माण लगभग पूरा हो चुका है। इस साल पहली बार बनास नदी पर बने ईसरदा बांध में 30 प्रतिशत पानी रोका जाएगा। इसके बाद अगले साल ईसरदा बांध में पानी पूरी तरह से बंद हो जाएगा।

ईसरदा बांध पर परीक्षण के लिए पानी रोका जा रहा हैः
बनास नदी पर बीसलपुर और ईसरदा बांध के बीच की दूरी 90 किमी है। जब बीसलपुर बांध के दरवाजे खोल दिए जाएंगे तो पानी ईसरदा बांध में चला जाएगा। वर्तमान में ईसरदा बांध के गेट नंबर एक और 28 को बंद करके पानी को जांच के लिए रोका जा रहा है। इस बीच बनास नदी के सभी द्वारों से पानी छोड़ा जा रहा है। इस बार मानसून के अंतिम चरण में 30 प्रतिशत पानी बंद हो जाएगा। Rajasthan

1256 गाँवों और 6 कस्बों में जलापूर्तिः
ईसरदा बांध दौसा और सवाई माधोपुर जिलों को पीने के पानी की आपूर्ति करेगा। इसमें दौसा जिले के 1,79 गाँव और 5 कस्बे और सवाई माधोपुर जिले के 177 गाँव और एक शहरी क्षेत्र शामिल हैं। ईसरदा बांध से कुल 1256 गांवों और 6 कस्बों को पानी की आपूर्ति होगी।

रामगढ़ बांध को भी भर दिया जाएगाः
ईसरदा बांध अगले साल तक पूरी तरह से भर जाएगा। रामजल सेतु लिंक परियोजना (संशोधित पी. के. सी.-ई. आर. सी. पी. लिंक परियोजना) के तहत ईसरदा बांध जयपुर में पूर्ववर्ती रामगढ़ बांध को भी पानी उपलब्ध कराएगा। साथ ही, बुचारा और चितोली बांधों को पानी की आपूर्ति की जाएगी। इससे बांधों के आसपास के क्षेत्र और जयपुर जिले को भी पानी मिलेगा।

दो जिलों की सीमा पर स्थिति है ये बांध:
बनास नदी पर बना ईसरदा बांध सवाईमाधोपुर और टोंक जिले की सीमा पर स्थित है। बांध का एक हिस्सा सवाई माधोपुर के ईसरदा गांव में और दूसरा टोंक जिले के बनेठा क्षेत्र में है। परियोजना की शुरुआत वर्ष 2013 में 530 करोड़ की अनुमानित लागत के साथ हुई थी, जिसमें बांध को 36 महीनों में पूरा करने की योजना थी। लेकिन, दिसंबर 2018 में काम शुरू हुआ। इसके बाद कई बाद देरी के चलते समय सीमा बढ़ाई गई। हालांकि, अब बांध का निर्माण करीब पूरा हो चुका है। बांध पर कुल 28 गेट बनाए गए हैं। Rajasthan