New Airports in Rajasthan: राजस्थान के इन जिलों में बनेंगे 5 नए हवाई अड्डे, इस साल से शुरू हो जाएंगी उड़ाने
जाने विस्तार से
New Airports in Rajasthan: राजस्थान सरकार ने राज्य के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उसी वर्ष बजट की घोषणा के बाद, विभाग ने हवाई पट्टियों, हेलीपोर्टों और हवाई अड्डों पर सुविधाओं के आधुनिकीकरण और विस्तार के लिए राजस्थान नागरिक उड्डयन नीति 2024 के कार्यान्वयन की घोषणा की। इस नीति का उद्देश्य हवाई यात्रा को अधिक सुलभ बनाने के साथ-साथ पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देना है। अब हवाई पट्टियों को हवाई अड्डों में बदलने और नए हवाई अड्डों के निर्माण पर काम किया जा रहा है। राज्य को 2027 तक कोटा हवाई अड्डे के रूप में अपना पहला नया हवाई अड्डा मिलेगा। कोटा सहित राज्य में कुल 5 नए हवाई अड्डे बनाने का लक्ष्य है। New Airports in Rajasthan
बाड़मेर और उदयपुर हवाई अड्डों का विस्तार
नई नीति के पहले चरण में बाड़मेर के उत्तरलाई और उदयपुर हवाई अड्डों पर सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए इन हवाई अड्डों पर आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके साथ ही राज्य की पांच हवाई पट्टियों को हवाई अड्डों की तर्ज पर विकसित किया जाएगा ताकि रात में भी उड़ान संचालन संभव हो सके।
इन हवाई अड्डों का नवीनीकरण किया जाएगा New Airports in Rajasthan
सवाई माधोपुर जिले के चकचेनपुरा, भीलवाड़ा के हमीरगढ़, नागौर, श्रीगंगानगर के लालगढ़ जतान और अबुरोद में हवाई पट्टियों को हवाई अड्डों के रूप में विकसित किया जाएगा। इस आधुनिकीकरण से इन हवाई अड्डों पर रात की उड़ानें संभव होंगी। इसके अलावा, झालावाड़ जिले में एक उड़ान प्रशिक्षण संगठन स्थापित किया जाएगा, जिससे विमानन क्षेत्र में प्रशिक्षण को बढ़ावा मिलेगा।
जयपुर हवाई अड्डे पर नए विकास कार्य
राज्य के प्रमुख हवाई अड्डे, जयपुर हवाई अड्डे का विस्तार शहर की ओर किया जाएगा। इसके तहत एक कार्गो कॉम्प्लेक्स के निर्माण का भी प्रस्ताव है, जिससे व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यह विकास जयपुर को एक प्रमुख हवाई केंद्र के रूप में और मजबूत करेगा।
कोटा में एक नया हवाई अड्डा बनाया जाएगा New Airports in Rajasthan
पर्यटन और व्यापार के महत्वपूर्ण केंद्रों पर नए हवाई अड्डों के विकास की योजना बनाई गई है। पहले चरण में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के सहयोग से कोटा जिले में एक नया हवाई अड्डा बनाया जाएगा। 2027 तक इस हवाई अड्डे से उड़ान संचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। इस परियोजना से क्षेत्रीय संपर्क और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।