Rajasthan में किसानों की हुई मौज! सरसों की इन किस्मों को मिला राष्ट्रीय दर्जा, बढ़ेगी आमदनी
जाने विस्तार से
Rajasthan - Bharatpur News: भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान, भरतपुर ने सरसों की दो नई उन्नत किस्में विकसित की हैं जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दी गई है। 'भारत सरसों-7' और 'भारत सरसों-8' नामक इन किस्मों को देश के 12 राज्यों में खेती के लिए अधिकृत किया गया है।
किसानों की आमदनी बढ़ेगी
निदेशक डॉ. विजय वीर सिंह ने कहा कि इन किस्मों को देश के विभिन्न क्षेत्रों की जलवायु और कृषि चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। भारत सरसों-7 वर्षा सिंचित क्षेत्रों के लिए आदर्श है, जबकि भारत सरसों-8 उच्च तापमान और नमी को सहन कर सकता है। उन्होंने कहा कि ये किस्में न केवल खाद्य तेल की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेंगी, बल्कि किसानों की आय बढ़ाने में भी योगदान देंगी।
भारत-7
भारत में सरसों-7 की फसल जल्द ही तैयार हो जाएगी। यह कम सिंचाई और वर्षा सिंचित क्षेत्रों के लिए उपयुक्त है। बिहार, झारखंड, ओडिशा, असम और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में इसे अपनाने की सिफारिश की गई है। यह किस्म कम लागत पर अधिक उपज और अच्छा तेल प्रतिशत देती है। Rajasthan
भारत-8
भारतीय सरसों-8 एक मध्यम अवधि की किस्म है। यह पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और जम्मू और कश्मीर जैसे मौसम में उतार-चढ़ाव वाले राज्यों के लिए उपयुक्त है। यह किस्म 2200 से 2600 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तक उपज देने में सक्षम है और उच्च तेल प्रतिशत के कारण वाणिज्यिक खेती के लिए फायदेमंद होगा।