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Bandikui-Jaipur Expressway: 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से इस नए एक्सप्रेसवे पर जल्द सरपट दौड़ेंगी गाड़ियां, अब मात्र ढाई घंटे में जयपुर से दिल्ली

 
Bandikui-Jaipur Expressway: बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे अब पूरी तरह से तैयार है और ट्रायल का काम भी सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। यह 67 किलोमीटर लंबा चार लेन का एक्सप्रेसवे दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे को जयपुर से जोड़ता है। अब सवाल यह है कि इस एक्सप्रेसवे को आम लोगों के लिए कब खोला जाएगा, क्योंकि इसके खुलने से दिल्ली से जयपुर की दूरी और समय में बड़ी कटौती होने जा रही है। एनएचएआई के अधिकारी भी इसका स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे हैं। बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण पिछले साल नवंबर में पूरा होना था, लेकिन विभिन्न कारणों से आठ महीने की देरी से काम शुरू हुआ और आखिरकार जून की शुरुआत में पूरा हुआ। सड़क सुरक्षा ऑडिट से पहले ट्रायल शुरू हो गए और ट्रायल पूरा होने के बाद सड़क सुरक्षा ऑडिट भी पूरा हो गया। हालांकि एनएचएआई के अधिकारी अब दिल्ली से हरी झंडी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। बांदीकुई-जयपुर-एक्सप्रेसवे जयपुर और दौसा के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने अपना काम पूरा कर लिया है और अब केवल दिल्ली से हरी झंडी मिलने का इंतजार है। एक्सप्रेसवे के उद्घाटन से पहले उद्घाटन समारोह होने की संभावना है। हालांकि, ये सभी निर्णय केंद्रीय स्तर पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के पास हैं। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे खुलने के बाद से जयपुर का ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है। जयपुर से दिल्ली जाने वाले कई वाहन अब दौसा के रास्ते एक्सप्रेस-वे का इस्तेमाल करते हैं। इससे जयपुर के ठीक बाहर कनोता में ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि कनोता चौराहे पर 10 से 20 मिनट तक जाम लग जाता है। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को स्थिति और खराब हो जाती है। इसके अलावा जयपुर और दौसा के बीच कई जगहों पर कभी-कभार जाम लग जाता है। बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेस-वे खुलने के बाद दिल्ली, गुड़गांव, सोहना और फरीदाबाद काफी करीब आ जाएंगे। जयपुर-आगरा रोड पर बगराना के पास एक्सप्रेस-वे से जुड़ने के बाद दिल्ली पहुंचने में सिर्फ दो से तीन घंटे लगेंगे। कारें 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकेंगी। जयपुर से सोहना और गुड़गांव तक पूरी तरह से नियंत्रित एक्सप्रेसवे पर यात्रा करने से न केवल यातायात की भीड़ कम होगी, बल्कि बार-बार गति समायोजन की आवश्यकता भी समाप्त हो जाएगी। बांदीकुई-जयपुर एक्सप्रेसवे चार लेन का राजमार्ग है, जबकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे आठ लेन का राजमार्ग है। लगभग 20 किलोमीटर लंबा छह लेन का एक्सप्रेसवे सोहना और गुड़गांव को जोड़ता है।