Bikaner News: बीकानेर नशे की गिरफ्त में! पुलिस प्रशासन भी अब सवालों के घेरे में...
जाने विस्तार से
Bikaner News: शहर में नशे के खिलाफ कार्रवाई के बड़े-बड़े दावे करने वाला पुलिस प्रशासन अब सवालों के घेरे में है।
सच तो यह है कि बीकानेर न सिर्फ़ नशे की गिरफ्त में है, बल्कि धीरे-धीरे 'उड़ता पंजाब' जैसी स्थिति की ओर बढ़ रहा है।
अधिकारियों के घरों के पास नशे के इंजेक्शन
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नशेड़ी अब खुलेआम नशे के इंजेक्शन लगा रहे हैं—पुलिस अधीक्षक आवास से सिर्फ़ 200 मीटर और कलेक्टर कार्यालय से 400 मीटर की दूरी पर!
दिनदहाड़े कुछ युवक सार्वजनिक स्थान पर नशे के इंजेक्शन लगा रहे थे। Bikaner News
जब एक सतर्क व्यक्ति ने यह देखा, तो उसने पूरी घटना को अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर लिया।
वीडियो में नशेड़ियों के बीच एक छोटा बच्चा भी बैठा दिखाई दे रहा है, जिससे समस्या और गंभीर हो जाती है।
"अगर यहाँ यह हाल है, तो दूसरे इलाकों में क्या हो रहा होगा?"
लोग कहते हैं—जब ज़िले के आला अधिकारियों के घरों और दफ़्तरों के आसपास यह सब हो रहा है,
तो शहर के बाकी हिस्सों की स्थिति आसानी से समझी जा सकती है। Bikaner News
हाल ही में इस इलाके में एक महिला जज के साथ हुई घटना के बाद पुलिस कुछ दिनों तक तो सक्रिय रही, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया, सब कुछ सामान्य हो गया।
पुलिस की कार्रवाई सिर्फ़ दिखावे तक सीमित:
भट्टों का बास इलाका नशे का अड्डा बन गया है।
हाल ही में पुलिस ने एक बड़ी टीम के साथ इलाके में छापेमारी की, लेकिन प्रशासन नशे की समस्या की जड़ तक पहुँचने में नाकाम रहा। Bikaner News
शनिवार शाम को पुलिस ने पीबीएम अस्पताल के आसपास भी कार्रवाई की,
लेकिन यह सिर्फ़ औपचारिकता ही रही—
कितने लोगों को गिरफ़्तार किया गया और कौन-कौन शामिल था, इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई।
लोग क्या कहते हैं?
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब कोई वरिष्ठ अधिकारी या उनके परिवार से जुड़ी घटना होती है,
तो पुलिस अचानक सक्रिय हो जाती है—गश्त बढ़ा दी जाती है, जाँच शुरू हो जाती है।
लेकिन जैसे ही मामला ठंडा पड़ता है, प्रशासन भी शांत हो जाता है। Bikaner News